
अमेरिका ने भारत पर बड़ा आर्थिक झटका दिया है
रूसी तेल खरीद को लेकर अमेरिका ने भारत पर 50% तक का टैरिफ (Import Duty) लगा दिया है। इस फैसले के बाद भारतीय रुपये की कीमत रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुँच गई और शेयर बाजारों में भी जबरदस्त गिरावट देखने को मिली।
📉 रुपये में गिरावट
टैरिफ की घोषणा के बाद रुपया एक ही दिन में डॉलर के मुकाबले 3% से ज्यादा गिर गया। इससे आयात महंगा होगा और पेट्रोल-डीज़ल से लेकर रोज़मर्रा की चीज़ों तक पर असर पड़ सकता है।
📊 शेयर मार्केट पर असर
Sensex और Nifty दोनों में तेज़ गिरावट दर्ज की गई। निवेशकों के लगभग 2 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट कुछ समय तक जारी रह सकती है।
🌍 भारत-अमेरिका संबंधों पर असर
यह फैसला सिर्फ आर्थिक नहीं बल्कि कूटनीतिक दबाव का भी हिस्सा माना जा रहा है। अमेरिका लंबे समय से चाहता है कि भारत रूस से तेल खरीद कम करे, लेकिन भारत अपनी ऊर्जा ज़रूरतों के कारण ऐसा करने को तैयार नहीं है।
🛢️ आम जनता पर सीधा असर
- पेट्रोल-डीज़ल महंगा हो सकता है
- रोजमर्रा के आयातित सामान (मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कार पार्ट्स) की कीमतें बढ़ सकती हैं
- निवेशकों का विश्वास हिल सकता है
✅ निष्कर्ष
अमेरिका का यह फैसला भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक चुनौती है। आने वाले समय में सरकार को अपनी विदेश नीति और आर्थिक रणनीति दोनों पर और मजबूती से काम करना होगा।
